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हज़रत महेदी माऊद (अ.स.) की जयंती पर सरकारी अवकाश घोषित करने की मांँग एल.एम.एम. ग्रुप की ओर से मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को दिया गया ज्ञापन



बीड (एस.एम.न्युज़) - महेदवीया जमाअ्त के संस्थापक इमामूना सय्यद मुहम्मद महेदी ए माऊद की जयंती के अवसर पर  इस्लामिक कैलेंडर तिथि के अनुसार हर साल जमादिल अव्वल की 14 तारीख को महाराष्ट्र राज्य में सार्वजनिक अवकाश घोषित किया जाए ऐसी मांँग एल.एम.एम. ग्रुप के संस्थापक अध्यक्ष डॉ.  सय्यद अली दिलावर उर्फ ​​फ़ार्रूख भाई ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को भेजे एक ज्ञापन द्वारा की है।
                इस संबंध में भेजे गए ज्ञापन में उल्लेख किया गया है कि, मुख्यमंत्री कार्यालय ने 28 जुलाई 2018 और 25 अगस्त 2020 को पूर्व में भेजे गए बयानों पर 28 अगस्त 2020 और 29 अक्टूबर 2020 को ई-मेल से पत्र भेजे हैं. ज्ञापन मे एल.एम.एम. ने समूह सम्मानपूर्वक मुख्यमंत्री से इमामूना हज़रत सय्यद मुहम्मद महेदी ए माऊद की जयंती के लिए महाराष्ट्र में अवकाश घोषित करने का अनुरोध किया है। महेदी ए माऊद (अ.स.) अल्लाह के ख़लीफ़ा और पैगंबर मुहम्मद (स.अ.स.) के अनुयायी थे।  उनके जन्मदिन को इस्लामीक कैलेंडर के अनुसार हर साल जमादिल अव्वल की 14 तारीख को मनाया जाता है। इसलिये इस  तारीख़ को वैकल्पिक अवकाश के रूप में छुट्टी दी जानी चाहिए। इमामुना महेदी ए माऊद का जन्म सोमवार 14 जमादिल अव्वल 847 हिजरी (1443 ई.) को भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के  जौनपुर में हुआ था। उनके प्रसिद्ध वंश का पता हज़रत अली (र.अ.) और हज़रत बीबी फातिमा (र.अ.) से लगाया जा सकता है।  उनका देहांत अफ़गानिस्तान के फराह में 63 वर्ष की आयु में 910 हिजरी (1506 ई.स.) में हुई थी। जो लोग़ हज़रत सय्यद मुहम्मद जौनपुरी इमामुना महेदी माऊद (अ.स.) के अनुयायित्व को स्वीकार करते हैं उन्हें मुस्लिम महेदवी समुदाय कहा जाता है।  भारत के विभिन्न राज्यों में मुस्लिम महेदवी समुदाय बहुसंख्या मे बसा हुआ है।  मुस्लीम महेदवी पाकिस्तान, अफगानिस्तान, तुर्कस्तान, अज़रबैजान और ईरान के साथ-साथ यू.एस.ए., कनाडा, यूके, ऑस्ट्रेलिया जैसे आदी पाश्चात्य देशों में भी पाए जाते हैं। महाराष्ट्र  राज्य के मुंबई, पुणे, औरंगाबाद, सोलापूर, अमरावती, अहेमद नगर, उस्मानाबाद, लातूर, बीड, नांदेड, अकोला आदी जिलोंमे महेदवी समुदाय बड़ी संख्या मे रहेता है। इन जिलों की नगर पालिकाओंमे महेदवीया समुदाय के लोग लोकप्रतिनिधी चुने जाते है। राजकीय, सामाजिक, शैक्षणिक और पत्रकारिता क्षेत्र मे महेदवीया समाजका बड़ा योगदान है। महाराष्ट्र के अहेमदनगर ज़िले के दरगाह दायरा में प्रसिद्ध दरगाह हज़रत शाह शरीफ़ (र.अ.) मुस्लीम महेदवीया समुदाय से थे और हज़रत सय्यद मुहम्मद महेदी ए माऊद (अ.स.) के शिष्य थे।  छत्रपती शिवाजी महाराज के दादा मालोजी राजे भोसले का मानना ​​​​था कि, उन्हें अहेमदनगर में हज़रत शाह शरीफ के दर्शन का आशीर्वाद मिला था उसके बाद उनके दो बच्चे हुए थे। जिनके नाम हज़रत शाह शरीफ़ के नाम पर रखे गये, शाहजी और शरीफ़जी। इस प्रकार इमामूना सय्यद मुहम्मद महेदी ए माऊद का ऐतिहासिक इतिहास सैकड़ों वर्षों का है। जिनका जन्म इस्लामीक कैलेंडर के अनुसार 14 जमादिल अव्वल को हुआ था। इसलिये इस तारीख़ को महाराष्ट्र राज्य में सार्वजनिक अवकाश घोषित किया जाना चाहिए। ग़ौरतलब है की, वर्ष 2018 से इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार जमादिल अव्वल की 14 तारीख को तेलंगणा राज्य सरकारने सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है।  हर साल वहांँ इस तारीख़ को सार्वजनिक अवकाश दिया जाता है। एल.एम.एम. समूह के संस्थापक अध्यक्ष डॉ. सय्यद अली दीलावर उर्फ ​​फ़ार्रूख भाई ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को भेजे एक ज्ञापन में इसका ज़िक्र किया है.

 


एस.एम.युसुफ़
मुख्य संपादक - एस.एम.न्युज़, बीड।
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